अभिक्षमता | अभिक्षमता की परिभाषा | अभिक्षमता की प्रकृति | प्रमुख अभिक्षमता परीक्षण

अभिक्षमता | परिभाषा | प्रकृति | प्रमुख अभिक्षमता परीक्षण | Ability in Hindi | Definition of Ability in Hindi | Nature of Aptitude in Hindi | Core aptitude test in Hindi

अभिक्षमता भूमिका-

अभिक्षमता किसी व्यक्ति को किसी विषय में योग्यता अथवा कुशलता प्राप्त करने की सामर्थ्य की सूचक है कि विद्यालय की परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करके सफल होना छात्र की विद्यालय सम्बन्धी अभिक्षमता का द्योतक है। इसी प्रकार यान्त्रिक कार्यों में सफलता यान्त्रिक अभिक्षमता प्रदर्शित करती है। अभिक्षमता जन्मजात (Innate) नहीं होती है। यह विकसित की जा सकती है।

स्पष्ट है कि अभिक्षमता का अर्थ कुशलता न होकर कुशलता प्राप्त करने की सामर्थ्य है।

अभिक्षमता की परिभाषा

अभिक्षमता की कुछ परिभाषाएँ इस प्रकार हैं-

(1) ट्रेक्सलर – “अभिक्षमता वर्तमान दशा है जो व्यक्ति की भविष्य की क्षमताओं की ओर संकेत करती है।”

(2) जोन्स– “अभिक्षमता एक योग्यता नहीं है। परन्तु एक निश्चित योग्यता के सम्भावित विकास के विषय में जानकारी देने में सहायक है। अभिक्षमता परीक्षा योग्यताओं और दक्षताओं को प्रकट कर सकती हैं। परन्तु लाक्षणिक योग्यताओं तथा दक्षताओं को प्रकट करने में ही परीक्षा का महत्व है।”

(3) फ्रीमैन– “अभिक्षमता, परीक्षण के द्वारा कुछ विशेष ज्ञान, योग्यता या प्रतिक्रियाओं का समूह; जैसे– भाषा बोलने की योग्यता, संगीतज्ञ बनना, यान्त्रिक कार्य करना आदि अर्जित करने की व्यक्ति की योग्यता का संकेत देने वाली दशा या विशेषताओं का समूह है।”

उपर्युक्त परिभाषाओं से स्पष्ट होता है कि अभिरुचि किसी व्यक्ति की प्रशिक्षण के पश्चात् ज्ञान, दक्षता या प्रतिक्रियाओं की योग्यता है; जैसे-भाषा बोलने की योग्यता, किसी मशीन पर काम करने की योग्यता आदि।

जोन्स (Jones) ने प्राप्ति, योग्यता और अभिरुचि में इस प्रकार अन्तर बताया है-

(1) प्राप्ति (Achievement) – भूतकाल का वर्णन करती है।

(2) योग्यता (Ability) — इसका सम्बन्ध वर्तमान दशा से है।

(3) अभिक्षमता (Aptitude)— यह भविष्य की ओर संकेत करती है।

अभिक्षमता की प्रकृति

अभिक्षमता की प्रकृति को इस प्रकार स्पष्ट किया जा सकता है-

(1) प्रत्येक व्यक्ति की किसी कार्य के प्रति अभिक्षमता समान नहीं होती।

(2) एक ही कार्य के लिए व्यक्तियों में भिन्न-भिन्न मात्रा में अभिक्षमता होती है। एक कार्य को करने के लिए दो व्यक्तियों में समान रूप से अभिरुचि की मात्रा नहीं होती।

(3) किसी व्यक्ति की अभिक्षमता आपेक्षिक रूप से स्थायी नहीं होती। अभिक्षमता में शीघ्रता से परिवर्तन नहीं होता।

प्रमुख अभिक्षमता परीक्षण –

(1) लिपिक अभिक्षमता परीक्षण (Clerical Aptitude Test)

बिंघम (Bingham) के अनुसार-चार विभिन्न प्रकार की योग्यताओं द्वारा लिपिक के कार्यों की अभिरुचि प्रकट होती है-

(i) प्रत्यक्ष विषयक (Perceptual),

(ii) बौद्धिकता (Intellectual),

(iii) मानसिक दक्षता (Mental Skill),

(iv) यान्त्रिक योग्यता (Motor Ability),

लिपिक के कार्य के लिए उसकी अभिरुचि के मापन के लिए अनेक परीक्षण हैं। उनमें से कुछ निम्नलिखित हैं-

(अ) बलकों के लिए मिनेसोटा व्यावसायिक परीक्षण (Minnesota Vocational Test for Clerical Workers) – इस परीक्षा के द्वारा टाइपिंग, पत्रों को छाँटना, फाइलिंग, पुस्त-पालन आदि अभिरुचियों का मापन होता है।

(घ) नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ इण्डस्ट्रियल साइकॉलॉजी क्लर्क परीक्षण (National Institute of Industrial Psychology Clerical Test) – क्लर्क के पेशे से सम्बन्धित सात प्रकार की क्षमताओं को ज्ञात किया जाता है।

(स) थर्सटन परीक्षण (Thurston Examination in Clerical Work ) – इसका निर्माण थर्सटन ने किया था। इसमें विभिन्न प्रकार की क्लकों से सम्बन्धित योग्यताओं का मापन होता है।

(द) डेट्रोयट (क्लर्क) अभिक्षमता परीक्षण (Detroit (Clerical) Aptitude Examination)- इसमें ज्ञान की गति, शुद्ध लिखने-पढ़ने आदि क्षमताओं का मापन होता है।

(2) यान्त्रिक अभिक्षमता परीक्षण (Mechanical Aptitude Test)

(अ) स्टेविस्ट यान्त्रिक एकत्रीकरण परीक्षण (Stenquist Mechanical Assembly Tests) – परीक्षार्थी को ताला, कपड़ा दबाने वाला क्लिप, जंजीर, चूहादानी, साइकिल की घण्टी आदि दी जाती हैं। उससे इन समस्त चीजों को उनके हिस्सों द्वारा पूरा कराने को कहा जाता है।

(ब) मिनेसोटा यान्त्रिक एकत्रीकरण परीक्षण (Minnesota Mechanical Assembly Test)— यह लगभग स्टेन्विस्ट परीक्षण का ही संशोधित रूप है।

(स) जोन्सन का ‘ओ’ कोनर्स विगली ब्लोक परीक्षण (Johnson’s ‘O’ Conors Wigsly Block Test) — यह परीक्षण इंजीनियर, ड्राफ्टमैन आदि तकनीकी पेशों के लिए व्यक्तियों के चयन करने के लिए होता है।

(द) ‘ओ’ रोरके यान्त्रिक अभिरुचि परीक्षण (‘O’ Rourke Mechanical Aptitude Test)- इसमें प्रथम भाग में चित्र तथा द्वितीय भाग में शब्दिक प्रश्न होते हैं।

(3) गत्यात्मक योग्यता परीक्षण (Motor Dexterity Test)

कुछ गत्यात्मक योग्यता परीक्षण इस प्रकार हैं-

(अ) ‘ओ’ कोनर चिमटी दक्षता परीक्षण स्थिरता (‘0’ Coner Tweezer- Dexterity Test)-  इस परीक्षण में परीक्षार्थी को चिमटी से पिनों को जल्दी-जल्दी उठाकर छेद में डालना होता है।

(ब) स्थिरता परीक्षक (Steadiness Tester) — इस परीक्षण द्वारा हाथ और ऊँगली की स्थिरता की परीक्षा की जाती है।

(4) कलात्मक अभिक्षमता परीक्षण (Artistic Aptitude Test)

(अ) मेयर कला निर्णय परीक्षण (Meier Art Judgement Test)— यह परीक्षण मुख्यतः सौन्दर्यात्मक संगठन के निर्णय से सम्बन्धित होता है। इसमें 100 पद होते हैं।.

(ब) मेक-एडोरी कला परीक्षण (Mc-Adory Art Test) — इसमें कला, व्यापार पुस्तिकाओं, पत्रिकाओं से परीक्षण की वस्तु एकत्रित की गयी है। इसमें 72 पद होते हैं।

(स) सीशोर संगीत क्षमता परीक्षण (Seashore Musical Test ) – इसके संशोधित संस्करण में 6 उप-परीक्षण हैं जो ध्वनि, लय, ऊँचाई आदि का मापन करते हैं। यह परीक्षण 5वीं कक्षा के बालकों से लेकर प्रौढ़ों तक के स्तर के लिए उपयुक्त होता है। परन्तु रुचि के अभाव के कारण शिशुओं के परीक्षणों में असुविधा होती है।

(द) ड्रेक संगीतात्मक स्मृति परीक्षण (Drake Musical Memory Test) – इसके दो प्रतिरूप प्राप्त हैं। प्रत्येक में लगभग 12 ध्वनियों का मापन होता है।

(5) अन्य परीक्षण (Other Aptitude Test)

(अ) शैक्षणिक परीक्षण (Scholastic Test)

(ब) कानून अभिक्षमता परीक्षण (Law Aptitude Test)

(स) शिक्षण अभिक्षमता परीक्षण (Teaching Aptitude Test)

(द) व्यापार अभिक्षमता परीक्षण (Trade Aptitude Test)

(य) चिकित्सा अभिक्षमता परीक्षण (Medical Aptitude Test)

(र) विज्ञान अभिक्षमता परीक्षण (Science Aptitude Test)

(ल) पढ़ने की तत्परता सम्बन्धी परीक्षण (Test for Reading Readiness)

शिक्षाशास्त्र महत्वपूर्ण लिंक

Disclaimer: e-gyan-vigyan.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है। हम सिर्फ Internet पर पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है। यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे- [email protected]

Leave a Comment