मानचित्र पाठ योजना | मानचित्र लेसन प्लान | map lesson plan in Hindi
मानचित्र पाठ योजना
विद्यालय का नाम – अ – ब – स विद्यालय
दिनांक – 00/00/0000
कक्षा – 6
विषय – भूगोल
प्रकरण – मानचित्र
अवधि – 30 मिनट
सामान्य उद्देश्य
- छात्रों में भूगोल के प्रति रुचि उत्पन्न करना।
- छात्रों को विश्व के विभिन्न देशों के भौगोलिक एवं सामाजिक पर्यावरण को समझने योग्य बनाना।
- छात्रों में प्राथमिक स्तर पर प्राप्त ज्ञान को सुव्यवस्थित करना।
- छात्रों में भौगोलिक नागरिकता के गुणों का विकास करना।
- छात्रों में भारत की प्राकृतिक परिस्थितियों का ज्ञान कराना।
विशिष्ट उद्देश्य
- छात्र-छात्राएं मानचित्र को प्रत्यास्मरण कर सकेंगे।
- छात्र-छात्राएं दिशा के महत्व को प्रत्याभिज्ञान कर सकेंगे।
- छात्र-छात्राएं मानचित्र के प्रकारों की व्याख्या कर सकेंगे।
- छात्र-छात्राएं संकेतात्मक (प्रतीक) चिन्हों में विश्लेषण कर सकेंगे।
- छात्र-छात्राएं रेखा चित्र तथा मानचित्र में अंतर कर सकेंगे।
शिक्षण सामग्री
विभिन्न प्रकार के मानचित्र, डस्टर, चाक, संकेताक तथा अन्य कक्षा उपयोगी सामग्री।
पूर्व ज्ञान
विद्यार्थी मानचित्र के विषय में सामान्य जानकारी रखते होंगे।
प्रस्तावना के प्रश्न
छात्र अध्यापिका क्रिया |
विद्यार्थी अनुक्रिया |
1. सौर मंडल में कितने ग्रह हैं? |
आठ ग्रह |
2. आठो ग्रहों में किस पर जीवन संभव है? |
पृथ्वी पर |
3. पृथ्वी पर स्थित हमारे देश की स्थिति को किसके द्वारा दिखाया जा सकता है? |
मानचित्र के द्वारा |
उद्देश्य कथन
आज हम लोग मानचित्र के विषय में अध्ययन करेंगे।
प्रस्तुतीकरण ( शिक्षण बिंदु, छात्र अध्यापिका क्रिया, विद्यार्थी अनुक्रिया)
मानचित्र एवं प्रकार
मानचित्र पृथ्वी की सतह या इसके एक भाग का पैमाने के माध्यम से चपटी सतह पर खींचा गया चित्र है। पृथ्वी या उसके किसी भाग का समान अनुपात में प्रदर्शन मानचित्र कहलाता है। जब बहुत से मानचित्रों को एक साथ रख दिया जाता है तब एक एटलस बन जाता है एटलस विभिन्न प्रकारों तथा अलग-अलग पैमाने से खींची गई मापो पर आधारित होता है। मानचित्र से एक ग्लोब की अपेक्षा हमें ज्यादा जानकारी प्राप्त होती है।
मानचित्र के प्रकार
भौतिक मानचित्र- पृथ्वी के प्राकृतिक आकृतियों जैसे-पर्वतों, पठारो़ं, मैदानों, नदियों, महानगरों इत्यादि को दर्शाने वाले मानचित्र को भौतिक क्या उच्चावच मानचित्र कहा जाता है।
राजनीतिक मानचित्र- राज्यों, नगरों, शहरों तथा गांव और विश्व के विभिन्न देशों व राज्य तथा उनकी सीमाओं को दर्शाने वाले मानचित्र को राजनीतिक मानचित्र कहा जाता है।
थिमैटिक मानचित्र- कुछ मानचित्र विशेष जानकारियां प्रदान करते हैं जैसे- सड़क मानचित्र, वर्षा मानचित्र, वन तथा उद्योगों आदि के वितरण दर्शाने वाले मानचित्र इत्यादि। इस प्रकार के मानचित्र को थिमैटिक मानचित्र कहा जाता है। इन मानचित्र में दी गई सूचना के आधार पर उनका उचित नामकरण किया जाता है।
मानचित्र के घटक
यह तीन घटक हैं- दूरी, दिशा और प्रतीक।
दूरी- पैमाना स्थल पर वास्तविक दूरी तथा मानचित्र पर दिखाई गई दूरी के बीच का अनुपात होता है। मानचित्र पर जैसे 1 सेंटीमीटर = 5 किलोमीटर को दर्शाता है। यदि मानचित्र पर 5 सेंटीमीटर स्थल के 500 किलोमीटर को दर्शाता है। इसको छोटे पैमाने वाला मानचित्र कहते हैं। 500 मीटर की दूरी को मानचित्र पर 5 सेंटीमीटर से दर्शाया जाता है। इसे बड़े पैमाने वाला मानचित्र कहते हैं।
दिशा- प्रत्येक मानचित्र में ऊपर दाहिनी तरफ तीर का निशान बना होता है यह तीर उत्तर दिशा को दर्शाता है। इसे उत्तर रेखा कहते हैं। इसकी सहायता से बाकी की तीन दिशा का भी पता लगता है।
प्रतीक- यह किसी भी मानचित्र का तीसरा मुख्य घटक है। किसी भी मानचित्र पर वास्तविक आकार एवं प्रकार में विभिन्न आकृतियों जैसे- भवनों, सड़कों, पूलों, वृक्षों, रेल की पटरी या कुए को दिखाना संभव नहीं होता है। इसलिए वे निश्चित अक्षरों, छायाओं, रंगो, चित्रों तथा रेखाओं का उपयोग करके दर्शाया जाता है। मानचित्र की एक विश्वव्यापी भाषा होती है उन प्रतीकों के उपयोग के संबंध में एक अंतरराष्ट्रीय सहमति है। यह रुढ़ प्रतीक कहे जाते हैं।
श्यामपट्ट सारांश
- किसी भाग के पृथ्वी को पैमाने के अनुसार बनाने को मानचित्र कहते हैं।
- तीन प्रकार के मानचित्र होते हैं- भौतिक मानचित्र, राजनीतिक मानचित्र तथा थिमैटिक मानचित्र।
- विशेष जानकारी वाले मानचित्र को थिमैटिक मानचित्र कहते हैं।
- मानचित्र के तीन घटक हैं- दूरी, दिशा तथा प्रतीक।
निरीक्षण कार्य
छात्र अध्यापिका छात्रों सेश्यामपट्ट पर लिखी सामग्री को अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखने का निर्देश देगी और निरीक्षण करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करेगी।
मूल्यांकन के प्रश्न
- मानचित्र किसे कहते हैं?
- थिमैटिक मानचित्र किसे कहते हैं?
- दिशा का महत्व बताएं?
- भौतिक मानचित्र किसे कहते हैं?
- रेखा चित्र तथा मानचित्र में अंतर बताएं?
गृह कार्य
संकेतांक (प्रतीक) चिन्हों का महत्व बताएं?
पाठ योजना – महत्वपूर्ण लिंक
- सौरमंडल पाठ योजना | सौरमंडल लेसन प्लान | solar system lesson plan in Hindi
- ग्रह पाठ योजना | ग्रह लेसन प्लान | planetary lesson plan in Hindi
- पृथ्वी पाठ योजना | पृथ्वी लेसन प्लान | earth lesson plan in Hindi
Disclaimer: e-gyan-vigyan.com केवल शिक्षा के उद्देश्य और शिक्षा क्षेत्र के लिए बनाई गयी है। हम सिर्फ Internet पर पहले से उपलब्ध Link और Material provide करते है। यदि किसी भी तरह यह कानून का उल्लंघन करता है या कोई समस्या है तो Please हमे Mail करे- vigyanegyan@gmail.com