विपणन प्रबन्ध

वितरण वाहिकाओं का अर्थ | वितरण वाहिकाओं की परिभाषा | वितरण वाहिकाओं के प्रकार

वितरण वाहिकाओं का अर्थ | वितरण वाहिकाओं की परिभाषा | वितरण वाहिकाओं के प्रकार | Meaning of distribution vessels in Hindi | Definition of delivery vessels in Hindi | types of delivery vessels in Hindi

वितरण वाहिकाओं का अर्थ एवं परिभाषा

(Meaning and Definition of Channels of Distribution)

वितरण वाहिका से आशय ऐसे वितरण माध्यमों से है जिनके द्वारा वस्तुयें उत्पादक या निर्माता के हाथ से निकलकर अन्तिम उपभोक्ता या प्रयोगकर्ता के पास तक पहुँचती हैं। वितरण वाहिकाओं के सम्बन्ध में मुख्य परिभाषायें निम्नलिखित हैं-

फिलिप कोटलर के अनुसार, “प्रत्येक उत्पादक विभिन्न मध्यस्थों को परस्पर सुसम्बद्ध करने की चेष्टा करता है, जो फर्म के उद्देश्यों को सर्वोत्तम तरीके से पूरा कर सकें। विपणन मध्यस्थों का ऐसा सुबद्ध समूह ही विपणन वाहिका (व्यापार वाहिका अथवा वितरण वाहिका) कहलाता है।

विलियम जे० स्टेन्टन के शब्दों में, “एक उत्पाद के लिए वितरण वाहिका (कभी-कभी इसे व्यापार वाहिका भी कहते हैं) से आशय उस मार्ग से है जिसे माल का स्वामित्व उत्पादक से अन्तिम उपभोक्ता या औद्योगिक प्रयोगकर्त्ता तक पहुँचाने के काम लाता है।”

रिचार्ड बसर्किक के अनुसार, “वितरण वाहिकाओं का आशय उन आर्थिक संस्थाओं की रीतियों से है जिनके द्वारा उत्पादक अपना माल प्रयोगकर्ता के हाथों में सौंपता है।”

उपर्युक्त परिभाषाओं के आधार पर कहा जा सकता है कि वह मार्ग जिसमें से होकर वस्तुओं के स्वामित्व का अधिकार उत्पादक के अन्तिम उपभोक्ता तक पहुँचता है, वितरण वाहिका कहलाता है। वस्तुओं का स्वामित्व अधिकार परिवर्तित करने के लिए जिन विभिन्न विचौलियों या मध्यस्थों की आवश्यकता पड़ती है, उन्हें विपणन मध्यस्थ (Marketing Middlemen) कहते हैं। इस प्रकार वितरण वाहिका के एक सिरे पर उत्पादक और दूसरे सिरे पर अन्तिम उपभोक्ता होते हैं और दोनों के बीच विभिन्न विपणन मध्यस्थ होते हैं।

वितरण वाहिकाओं के प्रकार

(Types of Distribution Channels)

विभिन्न प्रकार की वस्तुओं के लिए भिन्न-भिन्न वितरण वाहिकायें अपनायी जा सकती हैं वितरण वाहिकाओं को उपभोक्ता वस्तुओं एवं औद्योगिक वस्तुओं के आधार पर ही अप्रलिखित भागों में वर्गीकृत किया जा सकता है।

(I) उपभोक्ता वस्तुओं से सम्बन्धित वितरण वाहिकायें

(Channels of Distribution Related to Consumer Goods)

उपभोक्ता वस्तुओं के लिए निर्माता निम्नलिखित वितरण वाहिकाओं में से किसी को भी प्रयोग कर सकता है

  1. कोई भी निर्माता अपने द्वारा निर्मित वस्तु को अपने उपभोक्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से पहुँचा सकता है अर्थात् वह इस कार्य के लिए मध्यस्थों का सहारा नहीं लेता है। जैसे वह स्वयं फुटकर दुकानें या श्रृंखलाबद्ध दुकाने (Multiple Shops) खोलकर अपने विक्रय प्रतिनिधि नियुक्त कर सकता है या उपभोक्ताओं से डाक द्वारा आदेश प्राप्त करके उनकी पूर्ति कर सकता है।

निर्माता.…………. उपभोक्ता

  1. निर्माता अपनी वस्तु को उपभोक्ता तक पहुँचाने के लिए एक मध्यस्थ का सहारा ले सकता है जो फुटकर व्यापारी या एजेन्ट हो सकता है।

निर्माता.…………फुटकर व्यापारी या एजेन्ट.……….उपभोक्ता

  1. निर्माता अपनी वस्तु को उपभोक्ता या प्रयोगकर्ता तक पहुँचाने के लिए दो मध्यस्थों की सहायता प्राप्त कर सकता है। मध्यस्थ प्रायः थोक व्यापारी एवं फुटकर व्यापारी होते हैं। ऐसी वितरण वाहिका का उपयोग प्रायः उस अवस्था में किया जाता है जबकि उत्पादकों की संख्या अधिक हो या उपभोक्ता दूर-दूर तक बिखरे हुए हों और वस्तु थोड़ी-थोड़ी मात्रा में क्रय करते हों।

निर्माता.……एजेन्ट.….. थोक व्यापारी.……. फुटकर व्यापारी.……..…  उपभोक्ता

  1. निर्माता अपनी वस्तु को उपभोक्ता या प्रयोगकर्ता तक पहुँचाने के लिए तीन प्रकार के मध्यस्थों का सहारा ले सकता है। ये मध्यस्थ एजेन्ट, थोक व्यापारी एवं फुटकर व्यापारी होते हैं।

निर्माता……… एजेन्ट……. थोक व्यापारी.…….फुटकर व्यापारी……. उपभोक्ता

(II) औद्योगिक वस्तुओं से सम्बन्धित वितरण वाहिकायें

(Channels of Distribution Related to Industrial Goods)

औद्योगिक वस्तुओं के लिए निर्माता निम्नलिखित वितरण वाहिकाओं में से किसी को चुन सकता है –

  1. निर्माता द्वारा औद्योगिक प्रयोगकर्ताओं को प्रत्यक्ष रूप से वस्तुयें पहुँचायी जा सकती हैं, अर्थात् वह इस कार्य के लिए मध्यस्थों का सहारा नहीं लेता है। वह अपने विक्रय प्रतिनिधियों के माध्यम से वस्तुओं को वितरित करता है।

निर्माता.……. औद्योगिक प्रयोगकर्त्ता

  1. निर्माता अपनी वस्तुओं को औद्योगिक प्रयोगकर्त्ता तक पहुँचाने के लिए थोक व्यापारी (औद्योगिक वितरण) की सेवायें प्राप्त कर सकता है।

निर्माता…….. थोक व्यापारी (औद्योगिक वितरण)……. औद्योगिक प्रयोगकर्त्ता

  1. निर्माता औद्योगिक वस्तुओं को औद्योगिक प्रयोगकर्त्ता तक पहुँचाने के लिए एजेन्ट की सहायता ले सकता है।

निर्माता.…….  एजेन्ट.……. औद्योगिक प्रयोगकर्ता

  1. निर्माता औद्योगिक वस्तुओं को औद्योगिक प्रयोगकत्ताओं तक पहुँचाने के लिए दो मध्यस्थों की सेवाओं का उपयोग कर सकता है। वे मध्यस्थ थोक व्यापारी (औद्योगिक वितरक) एवं एजेन्ट होते हैं।

निर्माता.……… थोक व्यापारी.…… औद्योगिक प्रयोगकर्ता

(औद्योगिक वितरक)

निर्माता और उपभोक्ताओं के बीच मध्यस्थों को ही वितरण माध्यम या वितरण स्रोत कहा जाता है। ये मध्यस्थ अलग-अलग प्रकृति के होते हैं। वितरण वाहिकाओं का प्रयोग तथा चयन उद्योग विशेष की परम्पराओं, उत्पत्ति का पैमाना, वस्तु विशेष के गुण, वित्तीय साधन आदि घटकों पर निर्भर करता है।

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Pankaja Singh

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