अर्थशास्त्र

उत्तर प्रदेश में ऊर्जा संसाधन | उत्तर प्रदेश राज्य में ऊर्जा के संसाधन | उत्तर प्रदेश राज्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राज्य मार्ग | उत्तर प्रदेश राज्य के अन्य विद्युत केंद्र एवं परियोजनाएँ | राज्य की विद्युत परियोजनाएँ एवं उनकी क्षमता

उत्तर प्रदेश में ऊर्जा संसाधन | उत्तर प्रदेश राज्य में ऊर्जा के संसाधन | उत्तर प्रदेश राज्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राज्य मार्ग | उत्तर प्रदेश राज्य के अन्य विद्युत केंद्र एवं परियोजनाएँ | राज्य की विद्युत परियोजनाएँ एवं उनकी क्षमता | Energy Resources in Uttar Pradesh in Hindi | Energy Resources in the State of Uttar Pradesh in Hindi | National Highways passing through the state of Uttar Pradesh in Hindi | Other Power Stations and Projects in the State of Uttar Pradesh in Hindi | State power projects and their potential in Hindi

उत्तर प्रदेश में ऊर्जा संसाधन | उत्तर प्रदेश राज्य में ऊर्जा के संसाधन

राज्य का पूर्ण विकास ऊर्जा की उपलब्धता पर निर्भर करता है। उत्तर प्रदेश में दो प्रकार के ऊर्जा के हैं- (1) आधुनिक ऊर्जा (2) परंपरागत ऊर्जा।

आधुनिक ऊर्जा के संसाधन-

आधुनिक ऊर्जा संसाधन, ऊर्जा के वे संसाधन कहे जाते हैं, जिनका दोहन करने के साथ-साथ नवीनीकरण संभव हो, आधुनिक ऊर्जा के अंतर्गत पवन, भूताप, सौर ऊर्जा और बायो गैस आते हैं।

परंपरागत ऊर्जा-

परंपरागत ऊर्जा के साधन, जेसे कोयला और खनिज तेल के सीमित भंडार के कारण वैकल्पिक ऊर्जा के स्रोत, जैसे-सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, जल ऊर्जा, जैव ऊर्जा, आदि। उत्तर प्रदेश देश के प्रमुख उत्पादक राज्यों में से एक राज्य है, यहाँ ऊर्जा के दो प्रमुख पारंपरिक स्रोत हैं- कोयला (तापीय ऊर्जा) तथा जल (जल ऊर्जा)। राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के द्वारा भी पहला ताप विद्युत गृह सिंगरौली में लगाया गया जबकि राष्ट्रीय ताप विद्युत निगम के अंतर्गत उत्तर प्रदेश में स्थापित कोयले पर आधारित अन्य ताप विद्युत परियोजनाएँ हैं-दादरी ताप विद्युत परियोजना, रिहंद ताप विद्युत परियोजना तथा ऊंचाहार ताप विद्युत परियोजना।

विद्युत उत्पादन में निजी क्षेत्र को पूंजी का निवेश करने के लिए प्रोत्साहन देने हेतु निजी क्षेत्रों से 1.367 मेगावाट तापीय, 730 मेगावाट जल विद्युत एवं 200 मेगावाट ईंधन पर आधारित विद्युत उत्पादन गृहों की स्थापना के लिए ऊर्जा क्रय अनुबंध हस्ताक्षरित किये गये हैं। 567 मेगावाट रोजा तापीय विद्युत परियोजना तथा 400 मेगावाट विष्णु प्रयाग जल विद्युत परियोजना एस्को एग्रीमेण्ट भी हस्ताक्षरित किये जा चुके हैं। इन परियोजनाओं का निर्माण कार्य भी शुरू हो चुका है। भारत हैवी इलैक्ट्रिकल्स लि. गाजियाबाद जिले के ट्रॉनिका सिटी में निजी ऊर्जा संयंत्र (केप्टिव पॉवर प्लाण्ट) की स्थापना कर रहा है।

उत्तर प्रदेश में आधारित संरचना ऊर्जा, परिवहन।

वर्तमान में उत्तर प्रदेश में 37 राष्ट्रीय राज मार्ग हैं जिनकी लंबाई 5,700 किमी है। राज्य के विभिन्न मार्गों का उच्चीकरण करकेग 6 नए राष्ट्रीय राज मार्ग घोषित किये गये हैं। राष्ट्रीय राज मार्ग संख्या 2 का आगरा से टूण्डला तक का मार्ग पिलेन करने की योजना लागू हो चुकी है। इसके अंतर्गत 199.60 किमी से 393 किमी तक का मार्ग चौड़ा किया जायेगा।

उत्तर प्रदेश राज्य से गुजरने वाले राष्ट्रीय राज्य मार्ग (N.H.)

N.H. संख्या

कहाँ से कहाँ तक

उ.प्र. में लंबाई (किमी में)

2 (जी.टी. रोड)

दिल्ली, मथुरा-आगरा-टूण्डला-फिरोजाबाद- शिकोहाबाद कानपुर इलाहाबाद-वाराणसी-मोहनियाँ- कोलकाता

752

2ए.

सिकन्दरा, भोगनीपुर

25

3

आगरा-ग्वालियर-इंदौर-मुंबई

26

7

वाराणसी-मनगंवा रीवा-कन्याकुमारी

128

11

आगरा-जयपुर-बीकानेर

51

19

गाजीपुर बलिया-पटना

120

24

दिल्ली-बरेली-लखनऊ

431

24ए

बख्शी का तालाब-चिनहट

17

25

लखनऊ-कानपुर-झाँसी-शिवपुरी

270

25ए

किमी 19 ‘(एनएच 25-बख्शी का तालाब)

31

26

झाँसी- लखनादोन

128

27

इलाहाबाद- मंगवान

43

28

लखनऊ-गोरखपुर-मुजफ्फरपुर-बरौनी

311

29

गोरखपुर-गाजीपुर-वाराणसी

196

56

लखनऊ-वाराणसी

285

56ए

चिनहन (एनएच-28) किमी 16 (एनएच-56)

13

56बी

किमी 13 (एनएच-56) किमी 6(एनएच-25)

19

58

दिल्ली-गाजियाबाद- बद्रीनाथ-माना पास

165

73

रूड़की-सहारनपुर-यमुनानगर पंचकुला

59

74

हरिद्वार-नगीना-काशीपुर-किच्छा-पीलीभीत-बरेली

147

75

ग्वालियर-झाँसी- राँची

110

76

चिंडवाड़ा-शिवपुरी- झाँसी-इलाहाबाद

467

86

कानपुर-सागर-देवास

180

87

रामपुर-हल्द्वानी-नैनीताल

32

91

गाजियाबाद- कन्नौज- कानपुर

405

92

भोगाँव-इटावा-ग्वालियर

75

93

आगरा- अलीगढ़- मुरादाबाद

220

96

फैजाबाद-प्रतापगढ़-इलाहाबाद

160

97

गाजियांपुर-जमनिया- सायेद्रेजा

45

राज्य में प्रति व्यक्ति विद्युत उपभोग 197 यूनिट है जोकि राष्ट्रीय औसत 319 यूनिट का 61.87 प्रतिशत है। राज्य में विद्युत की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद अपने विद्युत गृहों के विद्युत उत्पादन में निरंतर सुधार कर रही है। वर्तमान में राज्य के ताप विद्युत गृहों और जल विद्युत गृहों की कुल स्थापित विद्युत क्षमता 5,885.75 मेगावाट हो गयी है, जिसमें से लगभग तीन चौथाई भाग विद्युत गृहों का है। प्रदेश में 78 प्रतिशत से अधिक गांवों का विद्युतीकरण किया जा चुका है। राज्य की अन्य विद्युत परियोजनाएँ निम्न प्रकार हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य के अन्य विद्युत केंद्र एवं परियोजनाएँ

1. यमुना द्वितीय चरण (खेदरी विद्युत केंद्र)

4 x 30

2. मुरादाबाद गैस टरबाइन (गाजियाबाद)

3 × 47.5

3. दोहरी घाट (आजमगढ़)

2 x 210

4. बदरपुर ताप विद्युत केंद्र

110

5. बदरपुर प्रसार तारप विद्युत केंद्र

110

6. अनपरा केंद्र (मिर्जापुर)

3×30

7. विष्णु प्रयाग जल विद्युत परियोजना

4× 65.5

8. टाण्डा ताप विद्युत केंद्र

4 x 110

9. परिच्छा विद्युत केंद्र (झांसी)

2 x 110

10. अनपरा प्रसार ताप विद्युत केंद्र

2×500

11. कोटेश्वर बाँध जल विद्युत परियोजना

N.A.

12. ऊंचाहार (रायबरेली)

2 x 210

प्रदेश में कुल 1107452 आबाद गांव हैं जिनमें से 56.737 ग्राम विद्युतीकरण किये जा चुके हैं। ऊर्जा क्षेत्र में सुधार के लिए ‘उत्तर प्रदेश’ विद्युत सुधार अधिनियमं प्रदेश में प्रभावी है। शहरी क्षेत्रों में विद्युत राशि कनेक्शन हेतु फेन्चाइजी व्यवस्था सर्वप्रथम 2009 में शुरू की गयी। कानपुर, आगरा में विद्युत राशि घरेलू कनेक्शन की जिम्मेदारी मुंबई की टोरेंट पॉवर कंपनी को दी गई। जिसने अप्रैल 2010 से अपना कार्य आगरा में प्रारंभ कर दिया। ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू उपभोक्ता को विद्युत बिल भेजने की व्यवस्था समाप्त करने का निर्णय था पासबुक की सुविधा उपलब्ध कराने की प्रक्रिया प्रारंभ की गई है।

राज्य की बहुउद्देश्यीय विद्युत परियोजनाएँ

(Multipurpose Electric Schemes of the State)- राज्य की मुख्य विद्युत परियोजनाएं निम्नलिखित हैं-

  1. गंगा विद्युत केंद
  2. माताटीला विद्युत गृह
  3. शारदा सहायक परियोजना
  4. सिंगरौली सुपर ताप परियोजना
  5. ओबरा ताप विद्युत केंद्र
  6. रिहंद परियोजना
  7. ओबरा जल विद्युत गृह
  8. गण्डक परियोजना
  9. गोविंद बल्लभ सागर परियोजना
  10. राजघाट परियोजना
  11. नरोरा परमाणु शक्ति गृह
  12. शारदा जल विद्युत परियोजना

राज्य की विद्युत परियोजनाएँ एवं उनकी क्षमता

परियोजना का नाम

क्षमता

स्थल/नदी

सहयोग

राशि व्यय

1. सिंगरौली सुपर ताप परियोजना

1,400

2. गण्डक परियोजना

गण्डक नदी

बिहार एवं

3. राजघाट

बेतवानदी

उ.प्र. एवं  म.प्र.

123 करोड़

4. शारदा सहायक

शारदा नदी

5. गोविंद बल्लभ सागर

पीपर

37.5

6. नरौरा परमाणु शक्ति

470

नरौरा

रूस एवं भारत

7. माताटीला विद्युत गृह

30,000 किलोवाट

बेतवा

म.प्र. एवं उ.प्र.

8. हरदुआगंज ताप विद्युत गृह

20

अलीगढ़

सोवियत रूस

9. ओबरा ताप विद्युत केंद्र

100-100 (तीन इकाइयाँ)

ओबारा

सोवियत रूप

10. रिहंद परियोजना

41,400 किलोवाट

वनवाशा

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Pankaja Singh

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