पाठ योजना

समानता के लिए संघर्ष पाठ योजना | समानता के लिए संघर्ष लेसन प्लान

समानता के लिए संघर्ष पाठ योजना | समानता के लिए संघर्ष लेसन प्लान

समानता के लिए संघर्ष पाठ योजना

विद्यालय का नाम अ – ब – स विद्यालय

दिनांक 00/00/0000

कक्षा 6

विषय नागरिक शास्त्र

प्रकरण समानता के लिए संघर्ष

अवधि 30 मिनट

सामान्य उद्देश्य

  • छात्रों में नागरिक शास्त्र के प्रति रुचि उत्पन्न करना।
  • नागरिक शास्त्र के माध्यम से छात्रों की मानसिक शक्ति का विकास करना।
  • छात्रों में नागरिकता के गुणों एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना।
  • छात्रों में देश प्रेम तथा विश्व बंधुत्व की भावना का विकास करना।
  • छात्रों के वर्तमान राजनीतिक मनोवृत्त तथा सामाजिक मनोवृत्त का विकास करना।
  • छात्रों को सामाजिक तथा राष्ट्रीय समस्या का ज्ञान कराना।

विशिष्ट उद्देश्य

  • छात्र-छात्राएं संघर्ष के अर्थ को प्रत्यास्मरण कर सकेंगे।
  • छात्र-छात्राएं संघर्ष के प्रकारों को प्रत्याभिज्ञान कर सकेंगे।
  • छात्र-छात्राएं धर्मनिरपेक्षता की व्याख्या कर सकेंगे।
  • छात्र-छात्राएं समानता के लिए संघर्ष का विश्लेषण कर सकेंगे।
  • छात्र-छात्राएं समानता के महत्व को अपने शब्दों में लिख सकेंगे।

शिक्षण सामग्री

चार्ट, चाक, डस्टर, संकेतांक एवं अन्य कक्षा उपयोगी सामग्री।

पूर्व ज्ञान

विद्यार्थी समानता तथा संघर्ष के विषय में सामान्य जानकारी रखते होंगे।

प्रस्तावना के प्रश्न

छात्र अध्यापिका क्रिया विद्यार्थी अनुक्रिया
हमारा भारत देश कब स्वतंत्र हुआ था? 15 अगस्त 1947
15 अगस्त 1947 के पहले किसका शासन था? ब्रिटिश सरकार का
ब्रिटिश शासन से आजादी पाने के लिए भारतीयों ने समानता के लिए किस प्रकार की लड़ाई लड़े? संघर्ष पूर्ण लड़ाई

 उद्देश्य कथन

आज हम लोग समानता के लिए संघर्ष के विषय में अध्ययन करेंगे।

प्रस्तुतीकरण (शिक्षण बिंदु, छात्र अध्यापिका क्रिया, विद्यार्थी अनुक्रिया)

संघर्ष एवं प्रकार

संघर किसी व्यक्ति या समूह द्वारा बल प्रयोग, हिंसा, प्रतिकार अथवा विरोध पूर्वक किया जाने वाला वह प्रयत्न हाय जो दो या दो से अधिक व्यक्तियों अथवा समूहों के कार्य में बाधा डालता है। संघर्ष मानवीय संबंधों में विद्यमान रहने वाली एक अनिवार्य वह स्वाभाविक सामाजिक प्रक्रिया है।

मैकाइवर और पेज ने संघर्ष के दो प्रकार बताए हैं जो इस प्रकार हैं-

  1. प्रत्यक्ष संघर्ष-जब दो या दो से अधिक व्यक्ति अथवा समूह एक दूसरे के विरुद्ध आमने-सामने होकर संघर्ष करते हैं तब प्रत्यक्ष संघर्ष कहलाता है। प्रत्यक्ष संघर्ष के तरीके, वाद विवाद, वैचारिक मतभेद, मारपीट आदि रूप में प्रकट होते हैं।
  2. अप्रत्यक्ष संघर्ष-अप्रत्यक्ष संघर्ष,संघर्ष का वह रूप है जिसमें व्यक्ति और समूह दूसरे व्यक्ति और समूह के स्वार्थ और हितों में बाधा पहुंचाकर स्वयं के हितों की पूर्ति करने का पूर्ण प्रयास करते हैं।

समानता के लिए संघर्ष

ब्रिटिश शासन से आजादी पाने के लिए जो संघर्ष किया गया था उसमें समानता के व्यवहार के लिए किया गया संघर्ष भी शामिल था। दलितों, औरतों, जनजातीय लोगों और किसानों ने अपने जीवन में जिस गैर- बराबरी का अनुभव किया, उसके खिलाफ उन्होंने लड़ाई लड़ी।1947 में भारत जब आजाद हुआ है और एक राष्ट्र बना तो हमारे नेताओं ने समाज में व्याप्त कई तरह की असमानताओं पर विचार किया। प्रत्येक व्यक्ति को समान अधिकार और समान अवसर प्राप्त है। अस्पृश्यता यानी छुआछूत को अपराध की तरह देखा जाता है और इसे कानूनी रूप से खत्म कर दिया गया है। भारतीयों के लिए समानता का मूल्य वास्तविक जीवन का हिस्सा बने, सच्चाई बने इसके लिए लोगों के संघर्ष, उनके आंदोलन और सरकार द्वारा उठाए जाने वाले कदम बहुत जरूरी है। कोई भाषा,धर्म या त्योहार सबके लिए अनिवार्य नहीं होना चाहिए पूर्ण बिना जोर दिया गया कि सरकार सभी धर्मों को बराबर मानेगी। इसलिए भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है जहां लोग बिना भेदभाव के अपने धर्म का पालन करते हैं। इसे हमारी एकता के महत्वपूर्ण कारक के रूप में देखा जाता है कि हम इकट्ठे रहते हैं और एक दूसरे की इज्जत करते हैं।

श्यामपट्ट सारांश

  • संघर्ष किसी व्यक्ति या समूह द्वारा बल प्रयोग, हिंसा, प्रतिकार अथवा विरोध पूर्वक किया जाने वाला प्रयत्न है जो दो या दो से अधिक व्यक्तियों अथवा समूहों के कार्य में बाधा डालता है।
  • संघर्ष दो प्रकार का होता है-
  1. प्रत्यक्ष संघर्ष
  2. अप्रत्यक्ष संघर्ष
  • स्वतंत्रता के बाद भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र बना।

निरीक्षण कार्य

छात्र अध्यापिका दो छात्रों से श्यामपट्ट पर लिखी सामग्री को अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखने का निर्देश देंगे और निरीक्षण करते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करेंगी

मूल्यांकन के प्रश्न

  1. संघर्ष किसे कहते हैं?
  2. संघर्ष के प्रकार बताएं?
  3. समानता किसे कहते हैं?
  4. समानता का महत्व क्या है?
  5. भारत का संविधान समानता के बारे में क्या कहता है?

गृह कार्य

धर्मनिरपेक्ष का अर्थ लिखें?

पाठ योजनामहत्वपूर्ण लिंक

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Pankaja Singh

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