सीमांत उपयोगिता हास्य नियम | सीमांत उपयोगिता हास्य नियम की मान्यताएं | सीमांत उपयोगिता हास्य नियम की आलोचनात्मक

सीमांत उपयोगिता हास्य नियम | सीमांत उपयोगिता हास्य नियम की मान्यताएं | सीमांत उपयोगिता हास्य नियम की आलोचनात्मक | Law of Marginal Utility Comic in Hindi | Assumptions of Law of Marginal Utility Humor in Hindi | Critique of the Law of Marginal Utility Humor in Hindi सीमांत उपयोगिता हास्य नियम– जब किसी वस्तु के … Read more

सीमांत उपयोगिता हास्य नियम किसे कहते हैं? । नियम की मान्यताएं तथा आलोचनात्मक व्याख्या

सीमांत उपयोगिता हास्य नियम किसे कहते हैं?

सीमांत उपयोगिता हास्य नियम किसे कहते हैं? । नियम की मान्यताएं तथा आलोचनात्मक व्याख्या सीमांत उपयोगिता हास्य नियम– जब किसी वस्तु के उपभोग क्रम में प्रत्येक बढ़ोतरी के साथ उस वस्तु की अतिरिक्त इकाइयों से प्राप्त उपयोगिता क्रमशः घटती जाती है, तू विशेष ‘सीमांत हास्य नियम’कहते हैं। इससे गोसेन का द्वितीय नियम भी कहा जाता … Read more

क्रम वाचक एवं गणना वाचक उपयोगिता की तुलना | Comparison of serial reader and computation utility in Hindi

क्रम वाचक एवं गणना वाचक उपयोगिता की तुलना | Comparison of serial reader and computation utility in Hindi क्रम वाचक एवं गणना वाचक उपयोगिता की तुलना (1) गणनात्मक दृष्टिकोण– इस्मत के प्रतिपादक प्रोफ़ेसर मार्शल हैं, वैसे उपयोगिता एक मनोवैज्ञानिक तत्व है अर्थात इसका संबंध मन की भावना से होती है, जिसे अनुभव किया जा सकता … Read more

उपयोगिता के प्रकार | जहां सीमांत उपयोगिता शून्य होती है, वहां पर कुल उपयोगिता अधिकतम होती है

उपयोगिता के प्रकार | जहां सीमांत उपयोगिता शून्य होती है, वहां पर कुल उपयोगिता अधिकतम होती है | Types of Utility in Hindi | Where marginal utility is zero, total utility is maximum in Hindi उपयोगिता के प्रकार– किसी वस्तु में किसी मानवीय आवश्यकता को संतुष्ट करने की जो शक्ति, गुण अथवा क्षमता होती है … Read more

उपयोगिता का अर्थ | उपयोगिता की विशेषताएं | Meaning of utility in Hindi | Utility Features in Hindi

उपयोगिता का अर्थ | उपयोगिता की विशेषताएं | Meaning of utility in Hindi | Utility Features in Hindi उपयोगिता से आशय (उपयोगिता का अर्थ) – ‘उपयोगिता’ का तात्पर्य किसी वस्तु के उपभोग से प्राप्त होने वाले संतोष से लगाया जाता है। संक्षेप में जिन वस्तुओं से हमारा प्रत्यक्ष में परोक्ष संबंध होता है और उन … Read more

संतुलन क्या है | स्थिर, अस्थिर तथा तटस्थ संतुलन को रेखा चित्र की सहायता से समझाइए

संतुलन क्या है | स्थिर, अस्थिर तथा तटस्थ संतुलन को रेखा चित्र की सहायता से समझाइए संतुलन क्या है संतुलन से आशय– प्रो. मार्शल साम्यअथवा संतुलन की तुलना एक रस्सी में बंद है पत्थर करते हैं कि यदि एक रस्सी में पत्थर बांधकर उसे हिलाया जाए, तो प्रारंभ में रस्सी इधर-उधर पत्थर लिए घूमती रहेगी, किंतु … Read more

स्थैतिक तथा प्रावैगिक अर्थशास्त्र में अंतर | स्थैतिक तथा प्रावैगिक के बीच अंतर

स्थैतिक तथा प्रावैगिक अर्थशास्त्र में अंतर | स्थैतिक तथा प्रावैगिक के बीच अंतर स्थैतिक तथा प्रावैगिक अर्थशास्त्र में अंतर- अंतर का आधार स्थैतिक अर्थशास्त्र(Static Economies) प्रावैगिक अर्थशास्त्र(Dynamic Economies) 1. समय– स्थैतिक विश्लेषण मैं अधिक चर मूल्यों के बीच जो संबंधत स्थापित किया जाता है, वह एक ही समय से संबंधित होता है। प्रावैगिकआर्थिक विश्लेषण में … Read more

प्रावैगिक अर्थशास्त्र | प्रावैगिक अर्थशास्त्र की विशेषताएं | प्रावैगिक अर्थशास्त्र का महत्व

प्रावैगिक अर्थशास्त्र | प्रावैगिक अर्थशास्त्र की विशेषताएं | प्रावैगिक अर्थशास्त्र का महत्व प्रावैगिक अर्थशास्त्र प्रावैगिक अर्थशास्त्र के अंतर्गत अर्थव्यवस्था में होने वाले निरंतर परिवर्तनों वाईएन परिवर्तनों को प्रभावित करने वाले तत्व तथा “परिवर्तनों की प्रक्रिया”का विश्लेषण किया जाता है। प्रावैगिक अर्थशास्त्र की परिभाषा के संबंध में अर्थशास्त्र एक बात नहीं है। प्रमुख अर्थशास्त्रियों की परिभाषाएं … Read more