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मुक्त विश्वविद्यालय की उत्पत्ति | भारत में मुक्त विश्वविद्यालय

मुक्त विश्वविद्यालय की उत्पत्ति | भारत में मुक्त विश्वविद्यालय | Origin of Open University in Hindi | open universities in India in Hindi

मुक्त विश्वविद्यालय की उत्पत्ति-

मुक्त शब्द किसी विद्यालय अथवा विश्वविद्यालय के साथ पहली बार सन् 1969 में जुड़ा, जब महारानी एलिजाबेथ II ने एक नए ब्रिटिश विश्वविद्यालय को मुक्त विश्वविद्यालय का राजकीय अधिकार पत्र (Royal Charter) प्रदान किया। इस विश्वविद्यालय का सम्पूर्ण कार्य मिल्टन कैंस (Milton Keynes) में स्थित वालटन हाल (Walton Hall) के परिसर में प्रशासित किया जाता रहा। वर्ष 1971 में पहली बार इस मुक्त विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम की शुरुआत हुई उसका नाम यू.के. ओपन यूनीवर्सिटी (U.K. Open University) रखा गया। इस विश्वविद्यालय में आयु, लिंग, स्थान तथा औपचारिक शैक्षणिक योग्यताओं को विशेष महत्व न देते हुए समान रूप से पाठ्य सामग्री का निर्माण हुआ। इस विश्वविद्यालय का प्रभाव विश्व स्तर पर व्यापक रूप से पड़ा। इसके द्वारा प्रसारित दूरदर्शन व रेडियो के शैक्षिक कार्यक्रम भी जनता में लोकप्रिय हुए। आगे चलकर यू. के. ओपन यूनीवर्सिटी (United Kingdom Open University) ने अनेक विकासशील देशों को दूरस्थ शिक्षा संस्थान खोलने में मदद की है। U.K.O.D. की पाठ्य सामग्री भी जनता में लोकप्रिय हुई हैं। U.K.O.U. के आधार पर हेगेन (पश्चिमी जर्मनी) में 1974 में “फर्न मुक्त विश्वविद्यालय” (Fern Open University) की स्थापना हुई। इसी क्रम में थाईलैण्ड में “सुखोथाई धम्माथीरल (Sukhothai Thammathiral) मुक्त विश्वविद्यालय”, श्रीलंका में ‘ओपन यूनीवर्सिटी ऑफ श्रीलंका’, पाकिस्तान में ‘अल्लामा इकबाल ओपन यूनीवर्सिटी’ (Allama Iqbal Open University) कोरिया में “कोरिया एयर करस्पान्डेस यूनीवर्सिटी” (Korea Air Correspondence University), जापान में ‘यूनीवर्सिटी ऑफ एयर’ (Japan University of Air), इण्डोनेशिया में ‘यूनीवर्सिटी टेरबूका (Indonesia University Terbuka), कनाडा में ‘अथाबास्का यूनीवर्सिटी’ (Athabasca University), वेनेजुएला में ‘यूनीवर्सिटी नेशनल अबीर्टा’ (University National Abierta), स्पेन में यूनीवर्सिटी नेशनल डी एजुकेशन ए डिस्टेंशिया (National Education A Distancia), इजराइल में एवरी मेन्स यूनीवर्सिटी’ (Everyman’s University), चीन की ‘सेन्ट्रल रेडियो एण्ड टेलीविजन यूनीवर्सिटी’ (Central Radio and Television University) आदि मुक्त विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई।

आज अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, अफ्रीका आदि महाद्वीपों में बरचुअल विश्वविद्यालयों (Virtual University) की स्थापना हो रही है, जिसमें अमेरिका ‘वरचुअल शिक्षा के क्षेत्र में विश्व को नेतृत्व प्रदान कर रहा है और उच्च शिक्षा में ‘वरचुअल शिक्षा’ का किस प्रकार प्रयोग किया जाए इसके लिए विभिन्न वरचुअल शिक्षा के मॉडल प्रस्तुत कर रहा है। अमेरिका ही निःसन्देह रूप से विश्व के समक्ष उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है कि शिक्षा में सूचना-संचार तकनीकी (ICT) का किस प्रकार प्रयोग किया जाय।

आज विश्व के विकसित देशों में आधुनिक मुक्त विश्वविद्यालयों की पद्धति का आधार मुद्रित सामग्री, आडियो-वीडियो टेप, टेलीकॉन्फ्रेन्सिंग, कम्प्यूटर आधारित शिक्षा (CML), CD- ROM, कम्प्यूटर की मध्यस्थता से कान्फ्रेन्सिंग (CMC), इण्टरनेट पर आधारित सामग्री आदि है।

भारत में मुक्त विश्वविद्यालय-

भारतवर्ष में मुक्त शिक्षा व्यवस्था करीब एक दशक तक ‘पत्राचार शिक्षा’ के रूप में कार्य करती रही हैं। सन् 1960 से सन् 1970 तक इस शिक्षा व्यवस्था का प्रयोग औपचारिक रूप से दिल्ली विश्वविद्यालय (1962), पंजाब विश्वविद्यालय पटियाला (1968), मेरठ विश्वविद्यालय (1969) एवं मैसूर विश्वविद्यालय (1969) में प्रारम्भ हो गया। चूँकि पत्राचार शिक्षा, शिक्षा के क्षेत्र में एक नवीन प्रयोग थी, अतः इसे अनेक अवरोधों का सामना करना पड़ा।

सन् 1970 में जो कि ‘अंतर्राष्ट्रीय शिक्षा वर्ष’ घोषित किया गया, भारत सरकार के शिक्षा- मंत्रालय ने मुक्त विश्वविद्यालयों की स्थापना’ के सम्बन्ध में एक सेमिनार का आयोजन किया। इस सेमिनार ने देश में ‘मुक्त विश्वविद्यालयों’ की स्थापना के लिए संस्तुति दी तथा उसके उद्देश्यों, संगठन, कार्य प्रणाली, अर्थव्यवस्था आदि के लिए कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए। इस सेमिनार की संस्तुतियों ध्यान में रखकर भारत सरकार ने सन् 1974 में 8 सदस्यों की एक कार्यकारी समिति बनाई जिसके अध्यक्ष श्री जी0 पार्थसारथी थे। इस समिति की संस्तुतियों के अनुसार भारत सरकार  को संसद में पारित अधिनियम के अनुसार यथासंभव ऐसे मुक्त विश्वविद्यालयों की स्थापना करना था और उन्हें क्षेत्राधिकार (Jurisdiction) प्रदान करना था। जिसके फलस्वरूप ये विश्वविद्यालय अपना पूर्ण विकास कर सकें तथा इनके द्वारा देश के कोने-कोने के विद्यार्थी डिग्रियाँ प्राप्त कर सके। वर्ष 1982 में पुनः डॉ० श्रीमती माधुरी शाह की अध्यक्षता में एक समिति का गठन हुआ जिसने यह घोषणा की कि शीघ्र से शीघ्र मुक्त विश्वविद्यालयों की स्थापना के व्यावहारिक कदम उठाए जायेंगे।

राज्य स्तर पर 26 अगस्त 1982 में ‘आंध्र प्रदेश मुक्त विश्वविद्यालय’ (Andhra Pradesh Open University; APOU) की स्थापना हुई जिसका नाम आगे चलकर ‘डॉ. बी.आर. अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय’ हो गया, जिसने भारतीय प्रणाली में ‘मुक्त शिक्षा’ के द्वार खोल दिए। आंध्र प्रदेश मुक्त विश्वविद्यालय ने ‘पत्राचार शिक्षा’ में आमूल परिवर्तन कर दूरस्थ शिक्षा के स्वरूप को बदल दिया और इसे अपने उच्चतम शिखर तक पहुंचाने का श्रेय प्राप्त किया। दूरस्थ शिक्षा की सफलता से प्रभावित होकर तथा शिक्षा के क्षेत्र में इसके महत्वपूर्ण योगदान से उत्साहित होकर सामान्य जनता तथा शिक्षाविदों ने और ऐसे ही मुक्त विश्वविद्यालयों की स्थापना की मांग की। तत्कालीन प्रधानमंत्री (स्व.) श्री राजीव गाँधी ने सन् 1985 में ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति की घोषणा करते हुए ‘राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय’ (National Open University) की स्थापना को नीति का महत्वपूर्ण मुद्दा बताया। फलस्वरूप संसद अधिनियम के अनुसार सितम्बर 1985 में स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गाँधी के नाम पर नए राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। इसका पूरा नाम ‘इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय’ (Indira Gandhi National Open University; IGNOU) रखा गया। भारतवर्ष में यह विश्वविद्यालय आज दूरस्थ शिक्षा अथवा मुक्त शिक्षा का प्रकाश स्तम्भ है।

इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU) की स्थापना के पश्चात् क्रमशः कुछ राज्यों में ‘राज्य मुक्त विश्वविद्यालयों’ (State Open Universities) की स्थापना हुई।

इस समय भारत वर्ष में 9 राज्य मुक्त विश्वविद्यालय हैं।

  1. बी. आर. अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, हैदराबाद (आंध्र प्रदेश)
  2. नालंदा मुक्त विश्वविद्यालय, नालंदा (बिहार)
  3. कोटा मुक्त विश्वविद्यालय, कोटा (राजस्थान)
  4. यशवंत राव चाव्हाण महाराष्ट्र मुक्त विश्वविद्यालय, नासिक (महाराष्ट्र)
  5. मध्यप्रदेश भोज मुक्त विश्वविद्यालय, भोपाल (मध्य प्रदेश)
  6. अम्बेडकर मुक्त विश्वविद्यालय, अहमदाबाद (गुजरात)
  7. कर्नाटक राज्य मुक्त विश्वविद्यालय, मैसूर (कर्नाटक)
  8. नेताजी सुभाष मुक्त विश्वविद्यालय, कोलकाता (पश्चिम बंगाल)
  9. राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश)।
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Pankaja Singh

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