प्रबंधन सूचना प्रणाली

क्रियात्मक सूचना क्षेत्र का वर्गीकरण | वित्त निर्णय हेतु आवश्यक सूचना

क्रियात्मक सूचना क्षेत्र का वर्गीकरण | वित्त निर्णय हेतु आवश्यक सूचना | Classification of functional information fields in Hindi | Essential Information for Finance Decisions in Hindi

क्रियात्मक सूचना क्षेत्र का वर्गीकरण

(Classification of Functional Information)

किसी भी संस्था में सूचना की जरूरत विभिन्न विभागों को अपने कार्य संचालित करने के लिए पड़ती है। इनको एक संयोजित रूप से सूचना व कार्यों के आधार पर निम्न भागों में बाँटा जा सकता है-

Major Functional Information Areas

Finance & Accounting

Production

Marketing

Personnel

वित्त निर्णय हेतु आवश्यक सूचना

वित्त निर्णयों में मुख्यतः व्यवसाय के लिए कोष का इंतजाम करना तथा Personnel उपयोग सम्बन्धी निर्णय आते हैं। अतः हम वित्त उद्देश्यों को निम्न प्रकार के निर्णय लेकर प्राप्त कर सकते हैं-

  1. कोप की अनुमानित आवश्यकता (Estimation of Requirement of Funds)- इसके अंतर्गत यह देखा जाता है कि संस्था को अपने कार्य संचालन के लिए कितने धन की जरूरत पड़ेगी। यह भी ध्यान देना चाहिए कि ऐसा धन कब-कब कितनी मात्रा में चाहिए।
  2. पूँजी संरचना का निर्णय (Capital Structure Decision) – संस्था में धन विभिन्न तरीकों से प्राप्त किया जा सकता है जैसे यह दीर्घकालीन हो सकता है या लघुकालीन, यह पूंजी के रूप में हो सकता है या ऋण के रूप में। प्रबंधकों को यह देखना चाहिए कि वे अपने निर्णय लेते समय विभिन्न स्रोतों के लाभ-हानि को ध्यान में रखें तथा संस्था के लिए कम-से-कम जोखिम व कम-से-कम लागत पर वित्त की प्राप्ति संभव बनाएं अर्थात् एक अच्छे पूँजी ढाँचे का निर्माण करें।
  3. पूँजी बजट का निर्णय (Capital Budgeting Decisions)— इससे आशय प्राप्त किए वित्त की संस्था की संपत्तियों में लगाने के लिए लिये जाने वाले निर्णयों से है। प्रबंधकों को यह देखना होता है कि वे वित्त को किसी संपत्ति या योजना में निवेश करें या नहीं।
  4. लाभ नियोजन (Profit Planning)- इसमें संस्था के लाभों के बारे में निर्णय लिया जाता है प्रबंधकों को यह देखना होता है कि वे लाभों को किस मात्रा तक अंशधारकों या पूंजीदाता को बाँटें तथा कितना लाभ व्यवसाय में भविष्य के कार्यों के लिए बचाकर रखें।
  5. कर प्रबंधन (Tax Management)- यहाँ प्रबंधक इस बात पर निर्णय लेते हैं कि वे कैसे संस्था के कोषों के बाह्यनिर्गमन (Outflow) को कम कर सकते हैं? अर्थात् इसमें वे कर से मिली विभिन्न प्रकार की छूटों या फायदों का लाभ उठाने पर निर्णय लेते हैं।
  6. कार्यशील पूँजी प्रबंधन (Working Capital Management)- यह उन निर्णयों से संबंधित है जो संस्था के दैनिक कार्यों से संबंधित होते हैं। इसके अंतर्गत प्रबंधक कोषों को विभिन्न चालू संपत्तियों में निवेश करने पर निर्णय लेते हैं।
  7. वर्तमान सम्पत्ति प्रबंधन (Current Assets Management)- इसमें प्रबंधक विभिन्न चालू संपत्तियों से संबंधित निर्णय लेते हैं जैसे उधार देने की नीति क्या होगी, स्टाक स्तर क्या होगा आदि।
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Pankaja Singh

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