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इन्टरनेट पर विज्ञापन से आशय | ई-कॉमर्स द्वारा विज्ञापन की कार्य प्रणाली | इंटरनेट द्वारा विज्ञापन की कार्य प्रणाली

इन्टरनेट पर विज्ञापन से आशय | ई-कॉमर्स द्वारा विज्ञापन की कार्य प्रणाली | इंटरनेट द्वारा विज्ञापन की कार्य प्रणाली | Meaning of advertising on the Internet in Hindi | Method of advertising through e-commerce in Hindi | advertising method through internet in Hindi

इन्टरनेट पर विज्ञापन से आशय

इंटरनेट को यदि हम सरल शब्दों में परिभाषित करें तो कह सकते हैं कि यह दुनिया भर में फैले कम्प्यूटरों का एक विशाल नेटवर्क है। जिन कम्प्यूटरों से यह संचालित होता है उसे सर्वर कहा जाता है। यह सर्वर हमेशा ऑन रहते हैं और अपनी तरह से दूसरे सर्वरों से जुड़े रहते हैं। हम जब इंटरनेट का प्रयोग करते हैं तो इन्हीं में किसी एक सर्वर से अपने कम्प्यूटर को जोड़ते हैं। इण्टरनेट द्वारा किया गया विज्ञापन विश्व में सूचना का फैलाव करता है।

ई-कॉमर्स और इंटरनेट द्वारा विज्ञापन की कार्य प्रणाली

ई-कॉमर्स इलेक्ट्रॉनिक कॉमर्स का संक्षिप्त रूप है। इसका अभिप्राय इंटरनेट द्वारा व्यापार करने से होता है। इंटरनेट की यह नवीनतम और महत्वपूर्ण उपयोगिता है। ई-कॉमर्स के माध्यम से व्यापारी अपने स्थान पर बैठकर देश-विदेश में अपने उत्पाद का प्रचार एवं बिक्री कर सकते हैं और क्रेता अपनी मनचाही वस्तुओं को बिना सर्फिंग सेंटर गये ही चुन और खरीद सकते हैं। यह भी कहा जा सकता है कि ई-कॉमर्स इंटरनेट पर धन कमाने का माध्यम है। ई- बैकिंग, ई-सर्फिंग, ई-विज आदि ई-कॉमर्स के ही भाग हैं।

आप चाहे किसी भी प्रकार का व्यापार करते हों, ई-कॉमर्स के माध्यम से अपने ग्राहकों, उपभोक्ताओं के साथ सम्पर्क रखकर उन्हें अपनी स्कीमों से अवगत करा सकते हैं और ऑन लाइन प्रश्नोत्तर द्वारा उन्हें संतुष्ट करके ऑर्डर बुक कर सकते हैं। पेमेंट की प्राप्ति क्रेडिट कार्ड अथवा डिमांड ड्राफ्ट की जा सकती है।

ई-कॉमर्स का चलन तीन प्रकार से है-

* B2B अर्थात् बिजनेस टू बिजनेस।

* B2C अर्थात् बिजनेस टू कस्टमर/ कंज्यूमर

* C2C अर्थात् कस्टमर टू कस्टमर या कंज्यूमर टू कंज्यूमर ।

B2B का प्रयोग व्यापारियों को आपस में लेन-देन और मोल-भाव करने के काम आता है। प्रायः कम्पनियाँ जो भी उत्पाद बनाती हैं उसके लिए कच्चा माल दूसरी कम्पनियों से खरीदती हैं। इस प्रकार का कार्य B2B के अन्तर्गत आता है।

B2C का प्रयोग करके कम्पनियाँ अपना उत्पाद देश-विदेश में बेचती हैं या ग्राहकों को प्रेरित करती हैं कि उसे खरीदें। इस कार्य के लिए कम्पनी के मालिकों को कम्प्यूटर की अच्छी जानकारी हो यह आवश्यक नहीं, परन्तु लगातार वेबसाइट मेंटेन करने और ग्राहकों का रुझान जानते रहने के लिए सक्षम व्यक्तियों को नियुक्त करना अनिवार्य है।

C2C का प्रयोग करके कस्टमर या कंज्यूमर आपस में विचार-विमर्श कर सकते हैं और कौन-कौन सा उत्पाद किस जगह किस मूल्य पर उपलब्ध है उसके क्या गुण व अवगुण हैं, इसकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

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Pankaja Singh

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