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चीन गणराज्य की राष्ट्रीय जन कांग्रेस की रचना | चीन गणराज्य की राष्ट्रीय जन कांग्रेस की कार्य एवं शक्ति

चीन गणराज्य की राष्ट्रीय जन कांग्रेस की रचना | चीन गणराज्य की राष्ट्रीय जन कांग्रेस की कार्य एवं शक्ति

गठन (चीन गणराज्य की राष्ट्रीय जन कांग्रेस की रचना)

साम्यवादी चीन गणराज्य में एक सदनीय व्यवस्थापिका है। इस सदन को राष्ट्रीय जन कांग्रेस कहते हैं। राष्ट्रीय जन कांग्रेस चीनी गणराज्य की सर्वोच्च शक्ति है। इसके प्रतिनिधि विभिन्न राज्यों के चुनाव-क्षेत्रों की जनता द्वारा चुने जाते हैं, इन्हें डिप्टीज कहते हैं। प्रत्येक नागरिक जो 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुका है उसे मत देने तथा चुनाव लड़ने का अधिकार प्राप्त है। परन्तु कुछ पूँजीपतियों और सामन्तवादियों को मतदान का अधिकार प्राप्त नहीं है। चीन से बाहर बसे चीनियों को भी राष्ट्रीय जन कांग्रेस के चुनाव के लिए अपने 30 प्रतिनिधि खड़े कर सकते हैं। सैनिकों की ओर से भी 60 प्रतिनिधि चुनाव लड़ सकते हैं। इसका निर्वाचन गुप्त मतदान द्वारा होता है। इसकी कार्यावधि 4 वर्ष होती है। विशेष कारणों से इसकी अवधि नई जन कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन तक बढ़ायी जा सकती है। इसकी वर्ष में एक बैठक होना आवश्यक है। 1/5 प्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर इसकी बैठक कभी भी बुलायी जा सकती है। इसके सदस्यों को राज्य कौसिल मन्त्रिपरिषद और आयोगों से सम्बन्धित प्रशासनिक विषयों पर प्रश्न पूछने का अधिकार प्राप्त है। इसका कोई भी सदस्य इसकी आज्ञा बिना दण्डित नहीं किया जा सकता। अधिवेशन के समय बिना स्थायी समिति की अनुमति लिये किसी सदस्य पर महाभियोग नहीं चलाया जा सकता। सदस्यों को अपना उत्तरदायित्व का पालन न करने पर निर्वाचक वापस बुला सकते हैं। इसके प्रत्येक सदस्य को अपने कार्यों की सूचना निर्वाचकों को देनी होती है।

कार्य एवं शक्तियाँ (चीन गणराज्य की राष्ट्रीय जन कांग्रेस की कार्य एवं शक्ति)

राष्ट्रीय जन-कांग्रेस के कार्य निम्नलिखित हैं-

(1) इसका प्रमुख कार्य विधि- निर्माण है। यह कानूनों को अपनी बैठक में बहुमत पर पारित करती है।

(2) यह चीन के संविधान में संशोधन करने का अधिकार रखती है। यह अपने सदस्यों के दो-तहाई बहुमत से कोई भी संशोधन कर सकती है।

(3) यह संविधान की रक्षा करती है तथा उसकी धाराओं को कार्यान्वित करती है।

(4) यह गणराज्य के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश, सुप्रीम जन प्रोक्योरेट के प्रधान आदि का निर्वाचन करती है। यह अध्यक्ष की सलाह पर चीन की राज्यपरिषद् के सदस्यों को चुनती है।

(5) यह राज्य के उच्च पदाधिकारियों की नियुक्ति करती है और उन्हें अपने पद से हटा सकती है।

(6) यह अपने कार्यों का सम्पादन करने के लिए स्थायी समितियों का गठन करती है।

(7) इसे कुछ न्यायिक शक्तियाँ भी प्राप्त हैं। यह सर्वोच्च न्यायालय के अध्यक्ष तथा सुप्रीम जन प्रोक्योरेट के प्रधान प्रोक्यूरेटर को नियुक्त करती है तथा उन्हें पदमुक्त भी कर सकती है।

(8) राष्ट्रीय जन कांग्रेस को अधिकार है कि वह देश के प्रान्तों, स्वशासित प्रदेशों आदि की सीमाओं का निर्धारण करे।

(9) वह युद्धसम्बन्धी तथा शान्तिसम्बन्धी प्रश्नों पर भी विचार करती है।

(10) राष्ट्रीय जन कांग्रेस आर्थिक योजनाओं का निर्माण करती है, उनको कार्यान्वित करती है तथा गणराज्य के आय-व्यय (बजट) को स्वीकार करती है।

उपर्युक्त कार्यों के अतिरिक्त राष्ट्रीय जन कांग्रेस प्रत्येक वह कार्य कर सकती है जो राज्य- हित में होते हैं। यह चीनी गणराज्य की सर्वशक्तिमान संस्था है।

वस्तुतः चीन में एकदलीय प्रणाली है। सभी सदस्य साम्यवादी दल के सदस्य होते हैं। प्रधानमन्त्री और मन्त्री तक साम्यवादी दल के उच्च नेताओं के इशारे पहचानते हैं। जहाँ शासन में लोकतांत्रिक केन्द्रीयकरण के सिद्धान्तों को मान्यता प्रदान की गई है वहाँ लोकतन्त्र की अपेक्षा दलीय केन्द्रीयकरण को महत्ता दी गई है। व्यवहार में चीन में साम्यवादी दल का अधिनायकतंत्र है और संसदीय शासन नाममात्र को है | सभी महत्वपूर्ण निर्णय साम्यवादी दल के पोलिट ब्यूरो द्वारा लिये जाते हैं और शासन केवल उनको कानूनी आवरण पहनाता है।

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Pankaja Singh

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