डॉ. रामविलास शर्मा के समीक्षा पद्धति सम्बन्धी मत | डॉ. रामविलास शर्मा की समीक्षा-शैली की विशेषतायें

डॉ. रामविलास शर्मा के समीक्षा पद्धति सम्बन्धी मत

डॉ. रामविलास शर्मा के समीक्षा पद्धति सम्बन्धी मत | डॉ. रामविलास शर्मा की समीक्षा-शैली की विशेषतायें डॉ. रामविलास शर्मा के समीक्षा पद्धति सम्बन्धी मत मार्क्सवाद हिन्दी समीक्षकों में डॉ. रामविलास शर्मा का नाम बड़े आदर के साथ लिया जाता है। रामविलास शर्मा का समीक्षा कर्म हिन्दी में प्रगतिवादी विचारधारा के एक के रूप में होता … Read more

हिन्दी आलोचना के विकास में नन्द दुलारे वाजपेयी का योगदान

हिन्दी आलोचना के विकास में नन्द दुलारे वाजपेयी का योगदान

हिन्दी आलोचना के विकास में नन्द दुलारे वाजपेयी का योगदान हिन्दी आलोचना के विकास में नन्द दुलारे वाजपेयी का योगदान हिन्दी आलोचना में शुक्ल जी की रस-पद्धति और छायावाद की स्वच्छन्दतावादी आलोचना पद्धति के सामंजस्य का श्रेय आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी को है। उन्होंने हिन्दी आलोचना में इस सामंजस्य और सम्मिलन के द्वारा नवीन शक्ति … Read more

आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी की आलोचनात्मक पद्धति | आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी की समीक्षा पद्धति की विशेषतायें

आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी की आलोचनात्मक पद्धति

आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी की आलोचनात्मक पद्धति | आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी की समीक्षा पद्धति की विशेषतायें आचार्य नन्द दुलारे वाजपेयी की आलोचनात्मक पद्धति नन्द दुलारे वाजपेयी के साथ हिन्दी सौष्ठववादी समीक्षा धारा को प्रतिष्ठा मिली। उन्होंने भारतीय काव्य शास्त्र व पाश्चात्य समीक्षा शास्त्र का व्यापक अध्ययन किया व दोनों से पर्याप्त प्रभाव ग्रहण किया। … Read more

आचार्य वाजपेयी के समीक्षा सिद्धान्त | वाजपेयी जी की दृष्टि में साहित्य का स्वरूप | वाजपेयी जी का भाषा विषयक दृष्टिकोण

आचार्य वाजपेयी के समीक्षा सिद्धान्त

आचार्य वाजपेयी के समीक्षा सिद्धान्त | वाजपेयी जी की दृष्टि में साहित्य का स्वरूप | वाजपेयी जी का भाषा विषयक दृष्टिकोण आचार्य वाजपेयी के समीक्षा सिद्धान्त हिन्दी में शुक्ल जी ने जिस गम्भीर समीक्षा कर्म की आधारशिला रखी, उसे पुष्ट करने तथा उसे आगे बढ़ाने का काम जिन समीक्षकों ने किया उनमें नन्द दुलारे वाजपेयी … Read more

हिन्दी आलोचना के विकास में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का योगदान

हिन्दी आलोचना के विकास में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का योगदान

हिन्दी आलोचना के विकास में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का योगदान हिन्दी आलोचना के विकास में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का योगदान हिन्दी आलोचना के क्षेत्र में आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी जी का महत्वपूर्ण स्थान है, आज तो आलोचना जगत में अनेक मतवाद अनेक समीक्षा पद्धतियों और अनेक मान्यताएं उभर कर सामने आई हैं, किन्तु … Read more

भारतीय आलोचना पद्धति

भारतीय आलोचना पद्धति

भारतीय आलोचना पद्धति भारतीय आलोचना पद्धति भारतीय आलोचना पद्धति की प्रमुख विशेषता, वस्तु (तथ्य, सिद्धान्त और जीवन) को पूर्णता प्रदान करने का प्रयास है और इस प्रयास में आलोचक को अपने निजी व्यक्तित्व को प्रकट नहीं करना चाहिए। उसकी शैली या विचार पद्धति से चाहे वह भले ही प्रकट हो जाये अथवा अन्य मनीषियों के … Read more

पाश्चात्य आलोचना की विभिन्न पद्धति

पाश्चात्य आलोचना की विभिन्न पद्धति

पाश्चात्य आलोचना की विभिन्न पद्धति पाश्चात्य आलोचना की विभिन्न पद्धति आत्मप्रधान या प्रभावात्मक आलोचना-  यह आलोचना का बड़ा ही स्वच्छन्द्र रूप है। इसमें आलोचक किन्हीं भी नियमों या सिद्धान्तों में बंधकर चलना नहीं चाहता। वह कृति के अध्ययन के उपरान्त अपने ऊपर पड़े प्रभाव का मौजपूर्वक विश्लेषण करता है। उसकी भावपूर्ण शैली होती है। आलोचना … Read more

हिन्दी आलोचना का विकास | हिन्दी आलोचना का विकास क्रम | हिन्दी आलोचना का उद्भव और विकास

हिन्दी आलोचना का विकास

हिन्दी आलोचना का विकास | हिन्दी आलोचना का विकास क्रम | हिन्दी आलोचना का उद्भव और विकास हिन्दी आलोचना का विकास भारतीय साहित्य में आलोचना की परम्परा बहुत प्राचीन है, विशेषकर संस्कृत- साहित्य काव्यशास्त्रीय विवेचन से अत्यन्त समृद्ध है, परन्तु जिस रूप में आज हम आलोचना को स्वीकार करते हैं, वह आधुनिक युग की देन … Read more