भर्ती का अर्थ | भर्ती की आवधारणा | कार्य संरचना | भर्ती की विशेषताएं

भर्ती का अर्थ | भर्ती की आवधारणा | कार्य संरचना | भर्ती की विशेषताएं | Meaning of Recruitment in Hindi | Concept of Recruitment in Hindi | Work Structure in Hindi | Features of Recruitment in Hindi

भर्ती (भर्ती का अर्थ)

(Recruitment)

भर्ती एक वृहत् मानव संसाधन प्रबन्ध का कार्य है। यह संगठन में मानव संसाधन की आपूर्ति का एक स्रोत है। भर्ती संस्था के लिए योग्य व्यक्तियों की खोज करने, उन्हें रिक्त पदों की जानकारी देने तथा उन्हें उन पदों के लिए आवेदन करने के लिए प्रोत्साहित करने की प्रक्रिया है। वास्तव में चयन प्रक्रिया का प्रारम्भ भर्ती से होता है। मानव संसाधन नियोजन संगठन में मानव संसाधन की संख्या तथा उनके प्रकार की आवश्यकता का निर्धारण करने में सहायता करता है, जबकि कार्य विश्लेषण तथा कार्य प्रकृति (Job design) सम्बन्धित कार्य की जिम्मेदारी तथा उससे सम्बन्धित वांछित योग्यता, गुण आदि का निर्धारण करता है। किन्तु उसके बाद का महत्वपूर्ण कार्य संगठन को सही व्यक्ति, सही संख्या में, सही कार्य पर, सही समय में आपूर्ति करने से है। भर्ती एक सतत चलने वाली प्रक्रिया है, क्योंकि संस्था में अनेक कारणों से मानव संसाधनों में परिवर्तन होते रहते हैं। पदोन्नति, स्थानान्तरण, सेवानिवृत्ति, संगठनात्मक परिवर्तन, व्यवसाय के विकास, स्वैच्छिक पृथक्करण आदि के फलस्वरूप संस्था में मानव संसाधन की संख्या में बदलाव होता रहता है। तकनीकी परिवर्तन, वैश्विक प्रतियोगिता आदि के कारण भी संगठन की आकृति में बदलाव आता रहता है और नये प्रकार के मानव संसाधन की आवश्यकता संगठन को बनी रहती हैं। इन आवश्यकताओं की पूर्ति भर्ती की प्रक्रिया के द्वारा ही की जा सकती है।

भर्ती की आवधारणा

(Concept of Recruitment)

यह तो स्पष्ट है कि किसी भी संगठन की सफ़लता उसके योग्य एवं आदर्श मानव संसाधन पर निर्भर करती है, अतः संगठन को सुयोग्य एवं प्रभावशाली मानव संसाधन उपल कराना मानव संसाधन प्रवन्धकों का प्रमुख कार्य है। भर्ती वर्तमान तथा भविष्य में संगठन में उत्पन्न होने वाली रिक्तियों के लिए योग्य व्यक्तियों की खोज की प्रक्रिया है। मेक फारलैण्ड (McFarland) ने कहा है कि “भर्ती शब्द कम्पनी के लिए योग्य कर्मचारियों को आकर्षित करने की प्रक्रिया से सम्बन्धित है।”

“The term ‘recruitment’ ‘applies to the process of attraction potenial employees of the company.”

एडविन बी. फ्लिप्पो (Edwin B. Flippo) ने भर्ती को परिभाषित करते हुए कहा है “भर्ती सम्भावित कर्मचारियों की खोज करनें तथा उन्हें संगठन कार्यों के लिए आवेदन उत्प्रेरित करने की प्रक्रिया है।”

“Recruitment is the process of searching for prospective employee and stimulating them to apply for jobs in the organization.”

डेल एस. बीच (Dale Beach) के अनुसार, “भर्ती सम्भावित कर्मचारियों के स्रोतों का निर्धारण करने, व्यक्तियों को कार्य अवसरों के बारे में सूचित करने तथा प्रार्थियों को संस्था में श्रीआकर्षित करने की प्रक्रिया है, जो कार्य को निष्पादन करने की वांछित योग्यता रखते हैं।”

“Recruitment involves identifying sources of potential employees informing people of job openings and attracting applicants who have the requisite qualification to perform the job.”

इस प्रकार स्पष्ट है कि विभिन्न पदों के लिए सर्वोत्तम उपलब्ध प्रार्थियों की सक्रिय खोज करना ही भर्ती है। भर्ती एक सतत प्रक्रिया है जिसके द्वारा कर्मचारियों की आवश्यकता की पूर्ति की निरंन्तरता बनाये रखी जा सकती है। भर्ती योग्य प्रत्याशियों को अपनी ओर आकर्षित करने का सकारात्मक (positive) प्रयास है जिसका उद्देश्य योग्य प्रार्थियों/ उम्मीदवारों का एक निकाय (Pool) तैयार करना है।

कार्य संरचना

(Job Design)

आज के बढ़ते वैश्विक प्रतियोगिता, संगठन की बदलती आकृति, मानव संसाधन का बदलता मूल्य (Changing Values) मानव शक्ति की संरचना (Structure of work force), प्रबन्धकों एवं मानव संसाधन के बदलते दृष्टिकोण आदि में मानव संसाधन प्रबन्ध के परम्परागत दृष्टिकोण (Traditional Approach) को बदल दिया है और यह बदलाव निःसदेह मानव संसाधन के भर्ती एवं चयन की प्रक्रिया में भी परिलक्षित होने लगी है आज संगठन को कुशाग्र बुद्धि (Comprehensive), अधिक रणनीतिक, (More Stretagic) योग्य, कुशल, तकनीकी युक्त, एवं मूल्यवान संसाधन प्रबन्धकों को भर्ती एवं चयन की प्रक्रिया को बड़े ही गम्भीरता से लेने की जरूरत है। मानव संसाधन संगठन की पूँजी है और इन्हीं पर संगठन की सफलता व विफलता निर्भर करती है। अतः योग्य एवं कुशल व्यक्तियों का भर्ती व चयन मानव संसाधन प्रबन्धकों का प्रमुख कार्य है। एक सफल चयन प्रक्रिया को संचालित करने में मानव संसाधन प्रवन्धकों को निम्नलिखित बातों का निर्धारण करना पड़ता है

  1. कार्य के स्वभाव जिन्हें भरा जाना है का निर्धारण,
  2. किस प्रकार कितने व्यक्तियों की आवश्यकता है, का निर्धारण,
  3. भर्ती के स्रोत का (Sources of Recruitment) का निर्धारण
  4. चयन प्रक्रिया का निर्धारण।

अर्थात् कार्य की प्रकृति के अनुसार वैज्ञानिक आधार पर की गई भर्ती एवं चयन कार्यकुशलता को बढ़ाता है, जिससे उद्योगों की प्रतिस्पर्धा शक्ति में अभिवृद्धि होती है। मानव संसाधन के भर्ती एवं चयन न केवल वर्तमान कार्य आवश्यकताओं के लिए बल्कि भावी कार्य आवश्यकताओं को दृष्टि में रखकर करना होता है। अतः भर्ती एवं चयन की प्रक्रिया अधिक जटिलतर होती जा रही है।

भर्ती की विशेषताएं

(CHARACTERISTICS OF RECRUITMENT)

भर्ती की अवधारणा एवं परिभाषाओं के विश्लेषण के आधार पर भर्ती की निम्नलिखित विशेषताएं परिलक्षित होती हैं

(i) भर्ती मानव संसाधन प्रबन्ध का एक अभिन्न अंग है और यह मानव संसाधन प्रबन्ध का प्रमुख कार्य है।

(ii) भर्ती संगठन में निरन्तर चलने वाली सुव्यवस्थित प्रक्रिया है और यह नौकरी तलाश करने वाले (Job Seekers) को आकर्षित करने की प्रक्रिया है।

(iii) भर्ती मानव संसाधन आपूर्ति के विभिन्न स्रोतों का पता लगाती है।

(iv) भर्ती एक सकारात्मक (Positive) प्रक्रिया है।

(v) भर्ती स्वभाव से आशावादी (Optimistic in character) है और यह कार्य के इच्छुक व्यक्तियों के दिमाग में रोजगार प्राप्ति के लिए आशा की किरण विकसित करती है।

(Vi) भर्ती चयन प्रशिक्षण, पदस्थापना, पदोन्नति आदि की प्रक्रिया का प्रारम्भ कराती है।

(vii) भर्ती का उद्देश्य नौकरी तलाश करने वालों (Job Seekers) सम्भावित प्रत्याशियों का एक निकाय (pool) तैयार करना है।

(viii) भर्ती योग्य व्यक्तियों के खोज की प्रक्रिया है।

(ix) भर्ती में व्यक्तियों को आवेदन के लिए प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जाता है।

(x) भर्ती वर्तमान व भावी दोनों प्रकार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए की जा सकती है।

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