कबीर की सामाजिक चेतना | कबीर की रहस्यवादी भावना | कबीर की भाषा | जायसी की सौन्दर्य चेतन | घनानन्द की विहर अनुभूति | घनानन्द की प्रेम की पीर

कबीर की सामाजिक चेतना | कबीर की रहस्यवादी भावना | कबीर की भाषा | जायसी की सौन्दर्य चेतन | घनानन्द की विहर अनुभूति | घनानन्द की प्रेम की पीर (1) कबीर की सामाजिक चेतना एवं रहस्यवादी भावना लोक-कल्याण की भावना- कबीर को समाज में दो प्रकार के तत्व दिखाई देते थे- समाजोपयोगी तथा समाजविरोधी। उन्होंने … Read more