घनानन्द के काव्य की विशेषताएँ | घनानन्द के काव्य में भावपक्ष | घनानन्द के काव्य में कलापक्ष
घनानन्द के काव्य की विशेषताएँ | घनानन्द के काव्य में भावपक्ष | घनानन्द के काव्य में कलापक्ष घनानन्द के काव्य की विशेषताएँ- घनानन्द के काव्य में प्राचीन कवियों सूर और तुलसी के काव्य की भाँति सरसता एवं स्वाभाविकता है। उन्होंने अपने काव्य में केशव की भाँति पांडित्य-प्रदर्शन का प्रयत्न नहीं किया, इसलिए उनके काव्य में … Read more