रामचरित मानस | तारसप्तक | अष्टछाप | समकालीन कविता | नयी कविता

रामचरित मानस | तारसप्तक | अष्टछाप | समकालीन कविता | नयी कविता रामचरित मानस (तुलसीदास) तुलसीदास को भक्तिकाल की सगुण-धारा की रामभक्ति शाखा का प्रतिनिधि कवि माना जाता है। उन्होंने अपने महाकाव्य ‘रामचरितमानस’ की रचना अवधी भाषा में की है। यह अवधी जन-सामान्य की भाषा न होकर पण्डितों की भाषा है। इसमें संस्कृत का प्रयोग … Read more