सूर सागर | भारतेन्दु मण्डन | अमीर खुशरो | घनानंद की काव्य भाषा एवं महत्व

सूर सागर | भारतेन्दु मण्डन | अमीर खुशरो | घनानंद की काव्य भाषा एवं महत्व सूर सागर सूरदास हिन्दी साहित्य के भक्तिकाल की सगुणधारा की कृष्णभक्ति शाखा के प्रतिनिधि कवि है। सूरदास की तीन रचनाएँ प्राप्त होती है-सूरसागर, सूरसारावली और साहित्यलहरी। ऐसा विश्वास किया जाता है कि ‘सूरसागर’ में सवा लाख पद थे, पर अभी … Read more